अंटार्कटिका में सावधानी

जरूरी है एक साथी

यह वार-चार बताया जाता है कि अंटार्कटिका में कहीं भी चाहर जाते समय आप अकैस्ने न जाएँ, आपर्क साथ एक साथी होना बहुत जरूरी है । कहीं पैर में मोच ही आ जाए या आप किसी बफीली दरार में मिर जाएँ अथवा गरमी में कहीं पानी में पैर गीले हो जाएँ; सहायता लाने कै लिए किसी का साथ होना आवश्यक है । और फिर स्टेशन में रखे रजिस्टर में लिखकर जाना चाहिए कि आप कहौं जा रहे हैं तथा कब तक लौटने की उम्मीद है । इसर्क वाद भी आत्मविश्वास से भरकर कुछ लोग लापरवाही कर जाते हैं और अर्कस्ते घूमने निक्ल पड़ते हैं ।

‘मैत्री’ स्टेशन में स्टेशन कमांडर कै आँफिस में एक बहूत सुंदर पोस्टर लगा हुआ है, जिस पर पेंगुइन दिखाई गई हैं और देनेवाले व्यक्ति कै हस्ताक्षर हैं, ‘ब्रूनो पैंगुइन जेंडर’ । वह आदमी अंटार्कटिका में पिछले 20 साल से काम कर रहा था और उसे पैंगुहन पक्षियों कै मामलों में एक विशेषज्ञ माना जाता था । उसने अपने नाम में ही ‘पैंगुइन’ शब्द जोड़ लिया था ९ वह अंटार्कटिका कै लगभग हर क्लार्क में काम कर चुका था । इतने लंबे अनुभववाले अंटार्कटिक खोजी बहुत कम हैं । और फिर भी यह अनुभवी आदमी अकैस्ते जाहर काम करने को गलती कर बैठा ९ वह रूसी स्टेशन ‘मोलोदेज्जाया’ कै पास समुद्र त्तट पर ऐम्परर पैभुइनों क्री एक वस्ती का अध्ययन करने निकला, वहॉ मौसम खराब हों गया । यह अकेले में वापसी का रास्ता नहीं ढूँढ माया और तूफान में फैस्र गया । चार दिन बाद जब तूफान ख़त्म हूआ तो सहायता दल को उसकी जमी दुई लाश स्टेशन रो कूछ हीं दूर मिली ! 1

‘ तेरहवें अभियान का जहाज अंटार्कटिका कै तट पर आइसशेल्फ कै ऊपर सामान उतार’ रहा था । इसपर काम करनेवाले रूसी कर्मचारी थे-सर्दी और सर्फ से खूब परिचित । एक शाम काम ख़त्म होने कै चाद जहाज का एक इंजीनियर और रसोई में काम करनेवाली एक महिला शेल्फ पर घूमने निकले । वे जहाज से करीब 4 किलोमीटर दूर पहुँचे तो ठम्हें नीये फास्टआइस्र पर धूप सेंकती हुई कुछ सील मछलियां दिरग्राई दीं । फ्लो फोटो खींचने कै लिए वे शेल्फ कै किनारे की और बढे और बिना किसी आहट या पुकार कै आगे चलता हूआ इंजीनियर गायब ही गया द्र घबराई हुई उस महिला ने आगे झाँककर देखा, वह बर्फ से ढकी हुईं एक गहरी दरार में गिरकर ओझल हो गया था 1 चिल्लाने पर उसको आवाज नीचे से आई तो यह तो पवका हुआ कि वह जिंदा था । यह महिला 4 विग्लोमीटर तक भागती हुई. बापस जहाज पर आई । उसर्क क्तस्ने पर जहाज से “एक सहायेता दल रस्मियॉ लेकर उस्रर्क साथ बापस पहुँचा । वहीं उस इंजीनियर क्रो बचा लिया -गया । मुलायम बर्फ पर गिरने ८ कै कारण उसे मामूली चोटें ही आई थीं, कोई हडूडी भी नहीं टूटी यी । चाहर जाते समय एक साथी होने कै कारण आज उसको जान बच गई थी !

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