अंटार्कटिका में महिला

क्या महिलाएँ भी जाती हैं वहाँ?

स्कूलों, कॉलेजों, गोष्ठियों में-जहाँ भी मैंने अंटार्कटिका पर व्रस्तांएँ दो हैँ, एक सवाल हमेशा पूछा जाता है, ‘क्या वहाँ पर महिलाएँ भी जा सक्रत्ती हैँ2’ इसका उत्तर हैक्वें-ढाँ, निश्चित रूप से ! न कैबल वे अंटार्कटिका जाती हैं, बल्कि अभियानों मॅ उल्लेखनीय योगदान भी देती हैं ।

भारत ” का पहला स्टेशन ‘दक्षिण गंगोत्री’ 1984 में तीसरे अभियान कै दौरान बनाया गया था । इसी साल पहली बार भारत की दो महिला वैज्ञानिक डॉ. सुदोप्ता सेनगुप्ता और डॉ. अदिति पंत चार महीने कै लिए अंटार्कटिका गई र्थी । डॉ. सुदीप्ता भूविज्ञान र्क क्षेत्र में प्रसिद्ध हैं तथा डॉ. अदिति समुद्र-विज्ञान कै अनुसंधान में निपुण हैं । ये दोनों महिलाएँ दोचारां भी अंटार्कटिक अभियानों में भाग स्ने चुकीं हैं; डॉ. अदिति पाँचवें अभियान कौ सदस्य धों और डॉ. सुदीप्ता नौवें अभियान में फिर से वहाँ गई र्थी । इन महिला वैज्ञानिकों कै रिसर्च-पेपर कई रांष्ट्र’रैय और अंतरराष्टीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चूकै हैं । डॉ. सृदोप्ता त्तो बंगाली भाषा र्क अखबारों और पत्रिकाओं में बहुत सारे रोचक लेख भी लिख चुकी हैं और बंगाल में काफी लोकप्रिय हैं 1

सत् 1989 से भारत का दूसरा स्टेशन ‘मैत्री’ कार्य कर रहा है और यहाँ पर अंब तक 14 महिलाएँ ‘समर टीम’ में यानी चार महीने कै लिए अंटाकॉंटेका जा चुकीं हैं 1 यह सभी वैज्ञानिक थीं और इनर्क शोधकार्य कै विषय भूविज्ञान, वनस्पतिडविज्ञान, पर्यावरण-विज्ञान, मनोविज्ञान, मानव शरीर-विज्ञान, भू-र्चुबकत्व, समुद्र-विज्ञान, भौतिक विज्ञान, जीव-विज्ञान तथा मौसम-विज्ञान रहे हैं 1 प्राय: विज्ञान कै हर क्षेत्र में अंटार्कटिका में अनुसंधान चल रहा है और किसी भी क्षेत्र से महिलाएँ वहॉ जा सकती हैं 1 पिछले अभियानों को वैज्ञानिक रिपोर्ट महासागर विकास विभाग प्रकाशित करता है, जो दिल्ली तथा गोवा कै केंद्रों में देखी जा सकती हैं और उनर्क आधार पर नए रिस्रचं प्रोजेक्ट दिए जा सकते हैं ।

ये सारी महिलाएँ कंवल 4 महीनों कै लिए ही अंटार्कटिका गई र्थी, क्योंकि 16 महीने की विंटर टीम में रहना महिलाओँ कै लिए मुविकल ही/माना जात्ता था 1 पर उम्मीसवें अभियान में यह बाधा भी टूट गई, जब एक महिला ने टीम कै डॉक्टर क्री हैसियत से दिसंबर 1999 से माचं 2001 तक अंटार्कटिका में निवास किया 1 यह महिला हैं डॉ. र्कबल विरुकू भारत क्री प्रथम और अभी तक एकमात्र महिला, जो अंटार्कटिका में विंर्टारेंग कै पूरे 16 महीने बिता चुकी हैं ! !

डॉ. बिस्कू जब अंटार्कटिका गईं तो वे 53 वर्ष क्रो थीं, उस अभियान क्री विंटर टीम में सबसे वरिष्ठ सदस्य 1 वे भारत सरकार कै केंदीय स्वास्थ्य. विभाग में चीफ मेडिकल ओंफौसर हैं 1 उन्होंने जबलपुर से ७1.13 .13 .5 . किया है और चंडीगढ कै 13.61. से ‘ट्रांसफ्यूजन मेडीसिन’ मॅ विशेषज्ञता प्राप्त क्री है 1 चिकित्सा में अपनी निपुणता कै अलावा वे बहुत अच्छी चित्रकार भी हैं 1 उन्होनै ड्रॉइंग व पेटियाँ में 4 साल का डिप्लोमा भी हासिल किया हुआ है 1 अपने अंटार्कटिका प्रवास कै दौरान ठन्होंने बहुत सारी पेंटिंग्स बनाई थीं ।

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